चुनाव भी ना जाने कैसे कैसे रंग दिखता है, कैसी पार्टी और कैसी निष्ठा, अगर टिकट मिली तो पार्टी और संघठन, नहीं तो हमारे हितो की रक्षा नहीं हुई है, सभी को समझाना चाहिए की टिकट सिर्फ एक को ही मिलती है, अच्छा बुरा सही और गलत, भूल कर सभी को पार्टी की बात मनानी चाहिए, पार्टी छोड़ कर जाना, या पार्टी में रह कर गद्दारी करना, ये किसी भी कीमत पर सही नहीं है, मेरा सभी से विनम्र निवेदन है की पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया है उसके लिए मेहनत करे, पार्टी के साथ गद्दारी खुद के साथ की गयी गद्दारी है. बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है, सभी पर लोगो की निगाह है, कोई किसी बात से अंजान नहीं है.
No comments:
Post a Comment