समझ नहीं आ रहा कि लोग इतना सब दिखने के बाद भी इन क्षेत्रीय पार्टियों को चुनते है, कही न कही क्षेत्र के विकास के नाम पर देश की समूचे विकास में रास्ते में कही न कही रोड़ा बन ही जाती है, खुद के निजी विकास के आगे कुछ पार्टिया देश को विकास को पीछे छोड़ देती है, लेकिन आज देश और संसद साथ दिखाई दिए लेकिन फिर भी साचा लोकतंत्र हार ही गया, सबसे पहले इस लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में ही बदलाव की आवशकता है, आप सभी क्या कहते है ????
Wednesday, December 5, 2012
Wednesday, November 21, 2012
अजमल कसब जी को फांसी
आज सुबह जब मैंने टीवी चालू किया तो दिखा की माननीय श्री अजमल कसब जी को फांसी दे दी गयी जैसे किसी समय में अंग्रेजो ने सरदार भगत सिंह को दी थी एक दम चुप चाप बिना किसी को पता लगे दिए, आज आतंकवाद से लड़ रहे देश में दिन दहाड़े मौत का खेल खेलने वाले को इतनी गोपनीयता से फंसी सिर्फ इसलिए दी गयी क्यूंकि वो एक पार्टी के विशेष वोट बैंक के धर्म से है, ये तो अच्छा है की वो कम से कम पाकिस्तानी था वरना अफज़ल गुरु की तरह भारतीय वोट बैंक का होता तो शायद ये भी और कई सरकारों तक हमारे मेहमान बने रहते, मेरी समझ नहीं आ रहा की इतने बड़े दिन पर खुश हूँ या दुखी।
Saturday, November 10, 2012
Sunday, May 13, 2012
maaaaa
पुरे विश्व की माताओं को " मदर्स डे" की हार्दिक बधाइयाँ, मैंने किसी भी भगवन को नहीं देखा और नाही मेरा भगवन को दिखने की कोई हार्दिक इच्छा ही है, वो मेरी माँ ही है जिन्होंने बताया की इस मूर्ति को भगवन कहते है और इनकी पूजा करनी है, उससे पहले तो जनता ही नहीं था की भगवन भी कोई होता है और मेरे लिए आज भी वो भगवन इसलिए है क्यूंकि मेरी माँ ने कहा है
आज, इतने उतर चदाव, दुसरो या अपने ने दर्द के बाद और इतनी शाजिशो और बाद कुछ भी आज ये कृष्ण कुमार शर्मा "मुन्ना" जो कुछ भी है तो माँ सिर्फ और सिर्फ आपकी वजह से ही हूँ, मेरी हर सुबह आपसे ही सुबह होती है और रात भी आपसे, में अगर 100 जनम भी ले लूँ तब भी आपका क़र्ज़ नहीं उतार पाउँगा.
दुनिया में हर रिश्ते दुबारा मिल सकता है और हर चीज़ खरीदी सकती है बस एक माँ और उसका प्यार जो कही नहीं बिकता.
दुनिया में हर रिश्ते दुबारा मिल सकता है और हर चीज़ खरीदी सकती है बस एक माँ और उसका प्यार जो कही नहीं बिकता.
Tuesday, May 1, 2012
meeee
मित्रों आज मेरी शादी कि 30 वी साल गिरह है,इन 30 सालो में जीवन के अनेक मोड आये हार मोड़ पर हम पति -पत्नी एक मित्र सहधर्मी और अनेक तरह के झंझावातो के बीच मैंने पाया कि पत्नी एक अच्छी मित्र,बड़ा भाई ,कभी माँ के रूप में, कभी पिता के रूप में, कभी छोटे बच्चे के रूप में, कभी दोस्त के रूप ....मै कह सकता कि कई उतर चढाव और कई शाजिशो के बाद भी आज में जिस भी किसी मुकाम पर हूँ उसमे मेरी धर्मपत्नी का विशेष योगदान है उन्होंने हर परिस्थिति में मेरा साथ दिया, कई बार तो में भी टूट जाता था लेकिन ये उन्ही का साथ है जो आज आप सभी का भाई किसी मुकाम पर है
Saturday, April 28, 2012
meri soch
में उन सभी समाचारों और कयासों का सिरे से खंडन करता हूँ जिसमे मेरे परिवार से या मेरा कोई भी प्रत्याशी नगर पालिका के चुनाव के प्रयाश कर रहा हो या ऐसा चाहता भी हो , ऐसी सभी खबरे मात्र एक अफवाह है, न मैंने ऐसा सोचा है और न ही मेरी ऐसी इच्छा है, में चाहता हूँ की पार्टी किसी ऐसे व्यक्ति को टिकेट दे जिसके पास वोटों का स्वाम का आधार हो, आधारहीन व्यक्ति को या जो मात्र पार्टी के वोट बैंक या संगठन मात्र पर चुनाव जितने के प्रयास में हो ऐसे सभी प्रत्याशियो को ओर मेहनत करने का समय दे,और मांट विधान सभा के लिए भी मेरी ओर से कोई टिप्पड़ी नहीं है.
Sunday, April 22, 2012
नगर पालिका से नगर निगम
राधे राधे, अगर मथुरा वृन्दावन नगर पालिका से नगर निगम बन जाता है तो निश्चित ही इससे विशेष लाभ शेहरी और ४४ 45 ग्रामो को भी होगा और हम सब भी जानते है मथुरा से लगे सभी 44 45 गाँव शहरी छेत्र में ही आ गये है, नयी कालोनिय भी वही बसी है लेकिन नगर पालिका चेत्र में न होने की वजह से उनका विकास शहर के अनुरूप नहीं हो पा रहा है, राजनितिक लोग सिर्फ अपनी महत्वंकान्षा के कारन ही नहीं चाहते क्यूँ की ऐसे राजनेता मथुरा में कम ही है जिनकी पकड़ शेहरी के साथ साथ ग्रामीण अंचल में भी है, में विशेष आभार प्रकट करता हूँ प्रशाशन का और पदाधिकारियों का, जिनके कारन इस सही कार्य को बल मिला है और में भगवन से आशा करता हूँ की ये कार्य अति शीघ्र हो जाये.
Wednesday, April 11, 2012
तुझे सोचता हूँ
तुझे सोचता हूँ मैं शाम-ओ-सुबह, इससे ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या,
तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा, इससे ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या,
तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा, इससे ज्यादा तुझे और चाहूं तो क्या,
बस सारे गम में जाना संग हूँ तेरा, हर इक मौसम में जान,
संग हूँ तेरे अब इतने इन्तिहाँ भी, न ले मेरे
संग हूँ तेरे अब इतने इन्तिहाँ भी, न ले मेरे
मेरी धडकनों में है तेरी सदा, इस कदर तू मेरी,
रूह में बस गया तेरी यादों से , कब रहा में जुदा,
वक़्त से पूछ ले, वक़्त मेरा गवाह,
वक़्त से पूछ ले, वक़्त मेरा गवाह,
बस सारे गम में जाना , संग हूँ तेरा,
हर इक मौसम में जाना, संग हूँ तेरे,
अब इतने इन्तिहाँ भी,न ले मेरे
हर इक मौसम में जाना, संग हूँ तेरे,
अब इतने इन्तिहाँ भी,न ले मेरे
तू मेरा ठिकाना,मेरा आशियाना
ढले शाम जब भी,मेरे पास आना,
है बाहों में रहना,कहीं अब न जाना,
हूँ mehfoos इनमे, बुरा है ज़माना,
है बाहों में रहना,कहीं अब न जाना,
हूँ mehfoos इनमे, बुरा है ज़माना,
बस सारे गम में जाना, संग हूँ तेरे ,
हर इक मौसम में जाना,संग हूँ तेरे,
Ab itne intihaan bhi
Na le mere
हर इक मौसम में जाना,संग हूँ तेरे,
Ab itne intihaan bhi
Na le mere
Wednesday, April 4, 2012
आपके जन्मदिन पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं
"आपको, आपके जन्मदिन पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं.......
आने वाला प्रत्येक नया दिन, आपके जीवन में अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आये ! इस
अवसर पर ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह, वैभव, ऐश्वर्य, उन्नति, प्रगति, आदर्श, स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और
समृद्धि के साथ आजीवन आपको गतिमान रखे ! इस शुभ अवसर की याद में अपने हाथ से एक वृक्ष जरुर
लगाएं और उसके पालन पोषण का संकल्प लें... वन्देमातरम."
आने वाला प्रत्येक नया दिन, आपके जीवन में अनेकानेक सफलताएँ एवं अपार खुशियाँ लेकर आये ! इस
अवसर पर ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह, वैभव, ऐश्वर्य, उन्नति, प्रगति, आदर्श, स्वास्थ्य, प्रसिद्धि और
समृद्धि के साथ आजीवन आपको गतिमान रखे ! इस शुभ अवसर की याद में अपने हाथ से एक वृक्ष जरुर
लगाएं और उसके पालन पोषण का संकल्प लें... वन्देमातरम."
Monday, February 27, 2012
28 को मतदान करे
मेरी सभाओ को सफल बनाने के लिए और इतने सरे प्यार के लिए मथुरा, अलीगढ, आगरा, बुलन्दसहर , खुर्जा की सम्मानित जनता का धन्यवाद, धन्यवाद और अपील है की सभी जनता जनार्दन 28 को मतदान करे और बाकि सभी को मतदान करने के लिए कहे, इस बार इतनी वोटिंग कीजिये की वोट के सौदागर जान जाये आपकी ताकत
में जनता हूँ इस बार मुद्दा विकास, महगाई आदि नहीं है, मुदा सिर्फ जातवाद का है, लेकिन कोशिश कीजियेगा की सभी व्यक्ति सही व्यक्ति को चुने, वोट दे, इस बार हम सबको रिकॉर्ड बनाना है, धन्यवाद
में जनता हूँ इस बार मुद्दा विकास, महगाई आदि नहीं है, मुदा सिर्फ जातवाद का है, लेकिन कोशिश कीजियेगा की सभी व्यक्ति सही व्यक्ति को चुने, वोट दे, इस बार हम सबको रिकॉर्ड बनाना है, धन्यवाद
28 को मतदान करे
मेरा मथुरा, अलीगढ, आगरा, बुलन्दसहर , खुर्जा का धन्यवाद, मेरी सभाओ को सफल बनाने के लिए और इतने सरे प्यार के लिए धन्यवाद और अपील है की सभी जनता जनार्दन 28 को मतदान करे और बाकि सभी को मतदान करने के लिए कहे, इस बार इतनी वोटिंग कीजिये की वोट के सौदागर जान जाये आपकी ताकत
में जनता हूँ इस बार मुद्दा विकास, महगाई आदि नहीं है, मुदा सिर्फ जातवाद का है, लेकिन कोशिश कीजियेगा की सभी व्यक्ति सही व्यक्ति को चुने, वोट दे, इस बार हम सबको रिकॉर्ड बनाना है, धन्यवाद
में जनता हूँ इस बार मुद्दा विकास, महगाई आदि नहीं है, मुदा सिर्फ जातवाद का है, लेकिन कोशिश कीजियेगा की सभी व्यक्ति सही व्यक्ति को चुने, वोट दे, इस बार हम सबको रिकॉर्ड बनाना है, धन्यवाद
Thursday, February 16, 2012
rajniti
कल की घटना काफी दुखद है चाहे वह राजनेतिक हो चाहे स्यंभू, किसी को किसी की जान लेने का अधिकार नहीं है, में अपनी ज़िन्दगी में कई बार राजनीती का शिकार हुआ हूँ, काफी बदनामी भी झेली है, लेकिन आप सभी के प्यार ने हर बार मुझे दुबारा खड़ा कर दिया है, इसीलिए अगर ये राजनेतिक घटना है तो सभी को इसका विरोध करना चाहिए और अगर स्वम्भू तो कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, कल से मेरा गोवेर्धन विधान सभा के सभी गावो में प्रचार है, में आप सभी से उम्मीद करता हूँ की आप सभी मेरा साथ देंगे, में आपका इंतजार करूँगा. आप सभी का बड़ा या छोटा भैया.
Tuesday, February 14, 2012
किस लिए
तू नहीं तो मेरा ये साज श्रींगार किस लिए
मेरा यूँ आईने में अपने आप को देखना किस लिए
तेरा न आना तो मेरा ये इंतज़ार किस लिए
मुंडेर पर आँखें बिछाना किस लिए
शायद आज भी दिल में एक आस है
हर सुबह एक उम्मीद की किरण का उजास है
दिल कहता है की तुम आओगे ज़रूर
न आये तो हमारा इंतज़ार करना किस लिए....
मेरा यूँ आईने में अपने आप को देखना किस लिए
तेरा न आना तो मेरा ये इंतज़ार किस लिए
मुंडेर पर आँखें बिछाना किस लिए
शायद आज भी दिल में एक आस है
हर सुबह एक उम्मीद की किरण का उजास है
दिल कहता है की तुम आओगे ज़रूर
न आये तो हमारा इंतज़ार करना किस लिए....
तो क्या बात है
किताबो के पन्ने पलट के सोचते है
यूँ पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है,
तमन्ना जो सजी हो ख्वाबो में
हकीकत बन जाए तो क्या बात है,
कुछ लोग मतलब के लिए धुन्द्ते है हमे
बिन मतलब कोई आए तो क्या बात है,
कतल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा
कोई बातो से ले जाए तो क्या बात है,
जो शरीफों की शराफत में बात न हो
एक शराबी कह जाए तो क्या बात है,
जिंदा रहने तक तो ख़ुशी देंगे सबको
किसीको हमारी मौत पे ख़ुशी मिल जाए तो क्या बात है...
यूँ पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है,
तमन्ना जो सजी हो ख्वाबो में
हकीकत बन जाए तो क्या बात है,
कुछ लोग मतलब के लिए धुन्द्ते है हमे
बिन मतलब कोई आए तो क्या बात है,
कतल करके तो सब ले जायेंगे दिल मेरा
कोई बातो से ले जाए तो क्या बात है,
जो शरीफों की शराफत में बात न हो
एक शराबी कह जाए तो क्या बात है,
जिंदा रहने तक तो ख़ुशी देंगे सबको
किसीको हमारी मौत पे ख़ुशी मिल जाए तो क्या बात है...
chunav
चुनावी घमासान भी न जाने कोन कोन से रंग दिखाता है, जो हमेशा आपके साथ रहा, आपका सहारा लिया वही आपके सामने खड़ा हो जाता है, कही धोका, कही सिकवा, कही कुछ और नज़र आता है, परेशां न हो सिर्फ आपके साथ ही नहीं हुआ है यह, सभी इसके शिकार है,
पिछले कुछ दिनों में महावन विधान सभा में अजय कुमार पोइया जी के लिए कई गावो में प्रचार किया, गोवेर्धन में कारिन्दा जी के लिए, मथुरा में डॉ. देवेन्द्र शर्मा जी के लिए और छाता में तरुण सेठ के लिए प्रचार में व्यस्तता है इसी लिए थोड़ी ज्यादा व्यस्तता है.
पिछले कुछ दिनों में महावन विधान सभा में अजय कुमार पोइया जी के लिए कई गावो में प्रचार किया, गोवेर्धन में कारिन्दा जी के लिए, मथुरा में डॉ. देवेन्द्र शर्मा जी के लिए और छाता में तरुण सेठ के लिए प्रचार में व्यस्तता है इसी लिए थोड़ी ज्यादा व्यस्तता है.
Monday, February 6, 2012
chunav 2012
चुनाव भी ना जाने कैसे कैसे रंग दिखता है, कैसी पार्टी और कैसी निष्ठा, अगर टिकट मिली तो पार्टी और संघठन, नहीं तो हमारे हितो की रक्षा नहीं हुई है, सभी को समझाना चाहिए की टिकट सिर्फ एक को ही मिलती है, अच्छा बुरा सही और गलत, भूल कर सभी को पार्टी की बात मनानी चाहिए, पार्टी छोड़ कर जाना, या पार्टी में रह कर गद्दारी करना, ये किसी भी कीमत पर सही नहीं है, मेरा सभी से विनम्र निवेदन है की पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया है उसके लिए मेहनत करे, पार्टी के साथ गद्दारी खुद के साथ की गयी गद्दारी है. बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है, सभी पर लोगो की निगाह है, कोई किसी बात से अंजान नहीं है.
Tuesday, January 31, 2012
mathura vidhan sabha chunav
इस बार मथुरा वृन्दावन का मतदाता सबसे ज्यादा असमंजस में है
पहले प्रत्यासी जनता को खोजती थी अब जनता प्रत्यासी को खोज रही है और चुनाव अयोग़ के कारण उस में भी असमर्थ है
पहले प्रत्यासी जनता को खोजती थी अब जनता प्रत्यासी को खोज रही है और चुनाव अयोग़ के कारण उस में भी असमर्थ है
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